Saturday, June 20, 2009

कई बार हमें अनचाही यात्राओं पे निकलना पड़ता है ... गुज़रे दस दिन मै भी सड़कों , गलियों, पगडंडियों , पहाड़ी रास्तों पे रहाजो कुछ देखा सुना या जाना वो ही दर्ज करने का इरादा है :

शहरों में से गुजरो तो गंदगी का आलम. कचरे की शक्ल में प्लास्टिक ,प्लास्टिक ग्लास , प्लेट्स (मर्रिज पैलेस का गंद ) ,फ्रिजों कम्प्यूटरों मोब्यइलों का कचरा , सीडी , गत्ते वगैरा वगैरा

शहरों से बाहर निकलो तो कचरा गायब होता जाता है ,

गावों के पास सब साफ़ सुथरा ,सिर्फ़ रूड़ी यानि गोबर भूसा , इधर उधर उड़ता कोई प्लास्टिक का लिफाफा ,निपट अकेला ...उपहासजनक !!

और हम शहरवासियों को सफाई का कितना गुमान रहता है ...जबकि हम गंदगी फैलाने में माहिर ,बेहद गंदे

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बहुत सारे मंदिरों में घूमा .वहां पाया की हमारे देवी देवता तो हीरों ,जवाहरातों सोने चांदी के आभूषणों के बिना बनाये ही नहीं जाते

मूषक ,गौ माता भी आभूषणों से लदे फदे जबकि जीती जागती जिंदा गौ माता हम शहर वासियों द्वारा फैंकी गंदगी

खाने को मजबूर ,मूषक की बात छोड़ देते हैं

मंदिरों की बात छोड़ ,हमारे कैलेंडरों पर भी जो देवी देवता छापे जाते हैं सब के सब मुकुटों आभूषणों से लदे फदे

बेशक महमूद गजनी हमें बार बार लूटता रहा ...

बेशक आजकल किसानों द्वारा आत्महत्या की खबरें शहरवासियों को बकवास लगती हैं .


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एक विख्यात इंजीनियरिंग कॉलेज में स्नातकोत्तर विद्यार्थिओं को भाषण देने का आमंत्रण थाआदतानुसार भाषण से पहले अकेला कॉलेज के विशाल परिसर में घूमने निकल पड़ासुंदर सी जगह पर महंगे वाटर कूलर के पास कुल २२ गमले पड़े देखे ...सभी में पोधे सूखने कुम्लाहने की कगार पर

पास में युवा लड़के लड़कियां , भारत के भावी इंजिनियर ,एम्.बी. ......

मैंने जानबूझ कर पुछा "कौन से फूल हैं इन में ",

"पता नहीं सर", बहुत सारी मुस्कुराहटों ने जवाब दिया

"आप इन में पानी नहीं दे सकते ? कूलर तो पास में ही है मैंने कहा

"यह हमारा काम नहीं सर ", मुस्कुराहटें और भी घनी हो उठीं

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ज़ाहिर है की उस दिन मुझे अपना लेकचर पूरा का पूरा बदलना पड़ा




2 comments:

  1. Sir,Indians are greatest hypocrite and racist in the world.. and all in the name of diversity. And professional education से career तो बन गया लेकिन एक दृष्टिकोण नही बन पाया.Regarding 3rd point: In India, the youth celebrates its ignorance, through its gimmickry of survival within a group, a collective. Take a example of much popular song 'Be a rebel' from 'Rang de basanti'.Madness with the song 'Be a rebel' is seen in my generation. There are bunch of 'be a rebel' youths wandering across street,enjoying life in college,giving tons of abuses to everyone feeling 'something is wrong here'. They hate lectures,theories,information and preachings without understanding the reason behind this whole rotten system.Soon after few years,they became carrier of this epidemic of poorly informed torch bearers and fighting against their next 'be a rebel' generation. its era of Mass consumption & Mass ignorance...

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  2. sir apka pryawarn ki prti sarokar dekh kar man shardha se bhar uthta hai .mujhe dhyan aya cricketer kumble aur harbhajan ko Newziland mein shoes gande hone ke karan jurmana dena pada tha aur ham aram se sadak per shu..shu.. kar dete hain.

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